पांडवों से लेकर कौरवों तक महाभारत में कई ऐसे किरदार हैं जिनकी कहानी हैरान करती है।दिलचस्प ये है कि इस कहानी का हर किरदार एक-दूसरे से किसी न किसी रूप में जुड़ा हुआ है। महाभारत के युद्ध में इन किरदारो..
पंचमुखी रूप का वर्णन :-पंचमुखी हनुमान के पांच मुंह पांच दिशाओं का प्रतिनिधित्व करता है। पंचमुखी अवतार के प्रत्येक मुख पर दो भुजाएं और त्रिनेत्र हैं। इस स्वरुप में एक मुख नरसिंह, दूसरा मुख गरुड़, तीसरा ..
ज्योतिष के अनुसार ब्रह्मांड को 12 भागों में विभाजित किया गया है। इन 12 भागों के नाममेष,वृष,मिथुन,कर्क, सिंह,कन्या,तुला,वृश्चिक,धनु, मकर, कुंभ मीनइन 12 राशियों में नौ ग्रहसूर्यचंद्रमंगलबुधगुरुशुक्रशनिर..
हनुमान जी ब्रह्मचारी थे , फिर कैसे उनके पुत्र का जन्म हुआ । जब हनुमान जी सीता जी की खोज करने के लिए लंका पहुंचे, तब उन्होंने अशोक वाटिका में माता सीता जी से भेंट की और उन्होंने बताया कि वह राम दूत रा..
हवन का शुभ प्रभाव न केवल व्यक्ति को ही बल्कि प्रकृति को भी लाभ पहुँचाता है यज्ञ तथा हवन कई प्रकार के होते हैं विज्ञान भी मानता है कि हवन में बोले गये मंत्र अग्नि प्रज्वलित और धुएं से होने वाले प्राकृ..
लक लगाने की परंपरा कब से और कैसे शुरू हुई यह बताना थोड़ा कठिन है, लेकिन यह परंपरा भारत में प्राचीनकाल से ही चली आ रही है। किसी आयोजन में आने वाले व्यक्ति का स्वागत-सत्कार तिलक लगाकर ही करते हैं।विवाहि..
जीवन में किसी भी समस्या से परेशान हैं तो करें गायत्री मंत्र का जाप, जरूर होगा लाभहिंदू धर्म में मां गायत्री को वेदमाता कहा जाता है अर्थात सभी वेदों की उत्पत्ति इन्हीं से हुई है। गायत्री को भारतीय संस्..