शनि देव सूर्य और छाया के पुत्र हैं। उनकी दृष्टि भयभीत करने वाली है।शनिदेव की ऐसी दृष्टि उन्हें मिले एक श्राप के कारन है। आज की कड़ी में हम आपको शनिदेव को मिले भयानक श्रापों के विषय में बताएँगे.ज्योतिष..
पूरे भारत में बारह ज्योर्तिलिंग हैं जिसके विषय में मान्यता है कि इनकी उत्पत्ति स्वयं हुई। इनके अलावा देश के विभिन्न भागों में लोगों ने मंदिर बनाकर शिवलिंग को स्थापित किया है और उनकी पूजा करते हैं।शिव ..
आत्मा के सात शरीर होते हैं और जिन जिन परमाणुओं से वे सातों शरीर निर्मित होते हैं,उन्ही-उन्ही परमाणुओं से सात लोकों का भी निर्माण हुआ है जो निम्न लिखित हैं-स्थूल परमाणु (physical atom) से स्थूल शरीर(ph..
इस कलयुग में अगर कोई देवता बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं तो वो हैं हनुमान जी, बजरंग बली की कृपा केवल सामान्य उपाय करने मात्र से ही मिल जाती है, बजरंग बली की नित्य क्रम से आराधना की जाये तो कुंडली के ..
स्वस्तिक हिन्दू धर्म का प्रतिक चिन्ह हैं और कई पीढ़ियों से इस्तेमाल में हैं। स्वस्तिक मंत्र या स्वस्ति मन्त्र शुभ और शांति के लिए प्रयुक्त होता है। स्वस्ति = सु + अस्ति = कल्याण हो। ऐसा माना जाता है क..
श्री राम प्रभु के सबसे बड़े सेवक हनुमान जी आज भी किसी स्थान पर जीवित अवस्था में विराजमान हैं।हनुमान जी की पूजा से जीवन में बड़े से बड़े दु:खों से निजात पाया जा सकता है। हनुमान कवच के पाठ से मरता हुआ प्रा..
हिंदू धरम शास्त्रों के अनुसार जब आप किसी भयंकर मुसीबत मैं फँस जाये तो गजेंद्र मोक्ष के पाठ करने से भगवान विष्णु आपको उस मुसीबत से बाहर निकल लेंगे जैसे उन्होंने गजेंद्र नाम के गज को मगरमछ के मुँह से बह..
हमारे आध्यात्मिक मित्र जानते होगें कि भगवान कृष्ण ने माता यशोदा को अपना विराट रूप दिखाया था,लेकिन क्या आप जानते हैं, कि भगवान राम ने भी माता कौसल्या को अपना विराट रूप दिखाया था!!!!! पढें रामचरितमानस क..
पूर्वकाल में ब्रह्मा जी ने अनेक जल जन्तु बनाये और उनसे समुद्र के जल की रक्षा करने के लिये कहा।तब उन जन्तुओं में से कुछ बोले कि हम इसका रक्षण (रक्षा) करेंगे और कुछ ने कहा कि हम इसका यक्षण (पूजा) करेंगे..
यदि आप धन की इच्छा रखते है और आर्थिक तंगी से परेशान भी है या घर में धन रुक नहीं पा रहा है तो नियमित रूप से श्री कनकधारा स्तोत्र का पाठ करे निश्चित ही आपकी समस्याएं दूर हो जाएंगी। पुराणों में कनकधारा य..
हिन्दुओं के पवित्र ग्रंथों में से एक ग्रन्थ, महाभारत, के प्रमुख पात्रों में से एक थे राजगुरु कृपाचार्य। गौतम ऋषि के पुत्र शरद्वान के पुत्र कृपाचार्य महाभारत युद्ध में कौरवों की ओर से लड़े। माना जाता है..
भारत ने अध्यात्म, ज्ञान, विज्ञान के क्षेत्र में जो उन्नति हासिल की है वो आज के आधुनिक विज्ञानं से कहीं आगे है। उन ऊचाइयों को छूना आधुनिक समाज के लिए अभी संभव नहीं है।इसका उदाहरण है एक हजार साल से भी प..