महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित महाभारत ग्रंथ में अनेक महारथी व बलशाली राजाओं का वर्णन है। ऐसा ही एक महारथी राजा था जरासंध। उसके जन्म व मृत्यु की कथा भी बहुत ही रोचक है।जरासंध मगध (वर्तमान बिहार) का राजा ..
वैज्ञानिक कारण..!जेनेटिक बीमारी न हो इसका एक ही इलाज है और वो है "सेपरेशन ऑफ़ जींस" मतलब अपने नजदीकी रिश्तेदारो में विवाह नही करना चाहिए क्योकि नजदीकी रिश्तेदारों में जींस सेपरेट (विभाजन) नही होपाता औ..
विवाह बहुत पवित्र सम्बन्ध है। यह एक ऐसा सूत्र है जहाँ न केवल दो लोग अपितु दो परिवारों का सम्बन्ध होता है इसलिए ही विवाह करने वाले लोगों का उत्तरदायित्व बन जाता है कि वो अपने जीवनसाथी के साथ उनके परिवा..
जगन्नाथ रथ यात्रा:-जगन्नाथपुरी की रथ यात्रा हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया में प्रारम्भ होती है। हिन्दू धर्म में यह यात्रा एक उत्सव की तरह मनाई जाती है, क्योकि अपने समस्त ..
1. जल्द विवाह हेतु :- (लड़को के लिये ) शिवलिंग पर थोड़ा सा दही लगायें फिर जल की पतली सी धार दें !(लड़की के लियें ) :- जल में थोड़ा सा केसर (2-3धागें ) मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें !2. नौकरी पाने हेतु ..
महाभारत की कथा तो सभी जानते हैं, किन्तु उसमे कई सारी बातें ऐसी हैं जिनका रहस्य हम समझ नहीं पाते। समझेंगे भी कैसे हम तो साधारण मनुष्य हैं, और ईश्वर की लीलाएं तो स्वयं देवता भी नहीं समझ पाते।ऐसे ही एक र..
गंगाजल का इस्तेमाल अनुष्ठानों के साथ-साथ कई जगहों पर किया जाता है। लेकिन कई बार होता है कि गंगाजल रखते या फिर लाते समय हम ऐसी गलतिया कर देते है। जिसके कारण हमें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।भा..
घर में ऐसी कई वस्तुएं होती हैं जो कि नकारात्मकता तो फैलाती ही हैं साथ ही साथ हमारा दिमाग भी बदल देती हैं जिसके चलते अच्छे भले दिन बुरे दिन में बदल जाते हैं तो आइए वास्तुशास्त्र अनुसार जानते हैं ऐसी ही..
मंगलवार को हिन्दू पंचांग में भगवान हनुमान जी का दिन माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इसी दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था|भगवान हनुमान को अजेय, अमर, और बलवान माना गया है और इस दिन उनकी पूजा करने से भक्तो..
शनि देव सूर्य और छाया के पुत्र हैं। उनकी दृष्टि भयभीत करने वाली है।शनिदेव की ऐसी दृष्टि उन्हें मिले एक श्राप के कारन है। आज की कड़ी में हम आपको शनिदेव को मिले भयानक श्रापों के विषय में बताएँगे.ज्योतिष..
महाभारत युद्ध के कई ऐसे भी पराक्रमी पात्र है जिन्हे पूर्णतया भुला दिया गया है। उनका उल्लेख महाभारत की कहानियों में कहीं नहीं मिलता। क्यूंकि अधिकाँश कथाओं में केवल महान और प्रसिद्द चरित्रों का ही वर्णन..
ऊँ की ध्वनि का महत्व जानियेएक घडी,आधी घडी,आधी में पुनि आध,,,,,,,तुलसी चरचा राम की, हरै कोटि अपराध,,,,,,।।1 घड़ी= 24मिनट1/2घडी़=12मिनट1/4घडी़=6 मिनट क्या ऐसा हो सकता है कि 6 मि. में किसी साधन से करोडों..