श्री राम प्रभु के सबसे बड़े सेवक हनुमान जी आज भी किसी स्थान पर जीवित अवस्था में विराजमान हैं।हनुमान जी की पूजा से जीवन में बड़े से बड़े दु:खों से निजात पाया जा सकता है। हनुमान कवच के पाठ से मरता हुआ प्रा..
पंचमुखी रूप का वर्णन :-पंचमुखी हनुमान के पांच मुंह पांच दिशाओं का प्रतिनिधित्व करता है। पंचमुखी अवतार के प्रत्येक मुख पर दो भुजाएं और त्रिनेत्र हैं। इस स्वरुप में एक मुख नरसिंह, दूसरा मुख गरुड़, तीसरा ..