एक बार ऋषि मृकण्डु और उनकी पत्नी मरुद्मति ने पुत्र की प्राप्ति के लिए तपस्या की और भगवान शिव ने भक्ति से प्रभावित होकर उन्हें दो विकल्प दिए। जिसमें अल्पायु बुद्धिमान पुत्र और दीर्घायु मंदबुद्धि पुत्र ..
महामृत्युंजय मंत्र ऋग्वेद का एक श्लोक है ।शिव को मृत्युंजय के रूप में समर्पित ये महान मंत्र ऋग्वेद में पाया जाता है ।स्वयं या परिवार में किसी अन्य व्यक्ति के अस्वस्थ होने पर हमारे पास अक्सर बहुत से लो..
चेतना, जो कि ऊर्जा की विवेकपूर्ण व संपूर्ण अभिव्यक्ति है, आज भी विज्ञान के लिए एक अबूझ पहेली है। कृत्रिम बुद्धि यानी आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस तो विज्ञान ने रच ली है, लेकिन चेतना को पढ़ पाना भी अभी दूर की..