आत्मा के सात शरीर होते हैं और जिन जिन परमाणुओं से वे सातों शरीर निर्मित होते हैं,उन्ही-उन्ही परमाणुओं से सात लोकों का भी निर्माण हुआ है जो निम्न लिखित हैं-स्थूल परमाणु (physical atom) से स्थूल शरीर(ph..
इस कलयुग में अगर कोई देवता बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं तो वो हैं हनुमान जी, बजरंग बली की कृपा केवल सामान्य उपाय करने मात्र से ही मिल जाती है, बजरंग बली की नित्य क्रम से आराधना की जाये तो कुंडली के ..
कर्ज और वार का संबंध —सोमवार- सोमवार की अधिष्ठाता देवी पार्वती हैं। इस वार को किसी भी प्रकार का कर्ज लेने-देने में हानि नहीं होती है।मंगलवार- मंगलवार के देवता कार्तिकेय हैं। यह उग्र एवं क्रूर वार है। ..
कालसर्प योग क्या होता है?कालसर्प योग का नाम सुनते ही डर बैठ जाता है। इस दोष से पीड़ित जातक जीवन में कई प्रकार के उतार-चढ़ाव देखता है। जातक महत्वाकांक्षी होते हुए भी पूर्ण सफलता से वंचित रह जाता है।राह..
प्रजापति दक्ष ब्रह्मा के मानस पुत्रों में से एक हैं।ब्रह्मा ने दक्ष को अपने अंगुष्ट से उत्पन्न किया था। दक्ष राजाओं के देवता थे जो अत्यंत बलशाली, बुद्धिमान और दृढ़ इच्छाशक्ति वाले थे।दक्ष की दो पत्निय..
श्री राम प्रभु के सबसे बड़े सेवक हनुमान जी आज भी किसी स्थान पर जीवित अवस्था में विराजमान हैं।हनुमान जी की पूजा से जीवन में बड़े से बड़े दु:खों से निजात पाया जा सकता है। हनुमान कवच के पाठ से मरता हुआ प्रा..
ज्योतिषशास्त्र अनुसार 4 प्रकार के पाये होते हैं।सोने का पायाचांदी का पायातांबे का पायालोहे का पाया।इन्हीं पायों में से किसी न किसी एक पाये में व्यक्ति का जन्म होता है।कुंडली में लग्न से चंद्रमा जिस भा..
हिंदू धरम शास्त्रों के अनुसार जब आप किसी भयंकर मुसीबत मैं फँस जाये तो गजेंद्र मोक्ष के पाठ करने से भगवान विष्णु आपको उस मुसीबत से बाहर निकल लेंगे जैसे उन्होंने गजेंद्र नाम के गज को मगरमछ के मुँह से बह..
द्वार के पास कभी भी कूड़ादान ना रखें इससे पड़ोसी शत्रु हो जायेंगे |
सूर्यास्त के समय किसी को भी दूध,दही या प्याज माँगने पर ना दें इससे घर की बरक्कत समाप्त हो जाती है|
छत पर कभी भी अनाज या बिस्तर ना ..
यदि आप धन की इच्छा रखते है और आर्थिक तंगी से परेशान भी है या घर में धन रुक नहीं पा रहा है तो नियमित रूप से श्री कनकधारा स्तोत्र का पाठ करे निश्चित ही आपकी समस्याएं दूर हो जाएंगी। पुराणों में कनकधारा य..
मेष राशि - कृषि विज्ञान ,इलैक्ट्रानिक,civil and mechanical इंजीनियरिंग, जीव विज्ञान ( Zoology), वनस्पति शाश्त्र (Botany), पेट्रो कैमिकल इजीनियरिंग , home साइंस, औद्योगिक संगठन, प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी, ड..
चेतना, जो कि ऊर्जा की विवेकपूर्ण व संपूर्ण अभिव्यक्ति है, आज भी विज्ञान के लिए एक अबूझ पहेली है। कृत्रिम बुद्धि यानी आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस तो विज्ञान ने रच ली है, लेकिन चेतना को पढ़ पाना भी अभी दूर की..